ITI Electrician Trade Exam Question (NCVT/SCVT Both)


शुष्क अवस्था में व्यक्ति के शरीर का प्रतिरोध 100kπ से 500kπ तक होता है ।

 विद्युत के द्वारा आग लगने के कारण गलत साइज के फ्यूज तार का प्रयोग करना ,सॉकेट आउटलेट को ओवरलोड करना व तारों के जोड़ धीरे होना होते हैं ।

 बिजली से लगी आग को बुझाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड टाइप अग्निशामक यंत्र प्रयोग किया जाता है ।

 विद्युत झटके की तीव्रता 11000 वोल्टेज पर अधिक होती है । 

 विद्युत झटका लगने का मुख्य कारण धारा है ।

 बैंच वॉइस का पैरलल जॉ वॉइस ही कहा जाता है क्योंकि इसका मूवेबल जॉब फिक्स्ड जॉ के समानांतर मूव करता है ।
   
 वॉइस के बॉक्स नट को फास्फोरस ब्रोंज धातु होती है ।

 वॉइस की जॉब प्लेटो की निर्मित माइल्ड स्टिल धातु होती है ।

 हैंड वॉइस का प्रयोग छोटे-छोटे कार्य करने हेतु किया जाता है।

 बैंच वॉइस के स्पिंडल की निर्मित माइल्ड स्टील धातु होती है  

 बॉल पेन हैमर का प्रयोग रिवर्ट की शैंक को फैलाने, हैंड का आकार बढ़ाने हेतु किया जाता है ।

 500 ग्राम भार वाले हैमर हेतु हैंडल की लंबाई 325 मिमी होनी चाहिए।

 क्रॉस पेन हैमर की स्थिति हैंडल की क्रॉस में होती है ।

 जॉ की फिशिंग की हुई सरफेसो को बचाने हेतु वॉइस क्लैम्पो का प्रयोग किया जाता है ।

 वॉइस की नॉमिनल साइज का 2.5 गुना वॉइस के हैंडल की लंबाई होती है ।

 सामान्य कार्य हेतु किसी  बैंच वॉइस की ऊंचाई 106 सेमी पर फिट किया जाता है।

 मशीन वॉइस ड्रिलिंग करते समय वॉइस प्रयोग करते हैं।

 बैंच वॉइस जॉ पर हैमरिंग करते समय वॉइस में जॉ को पकड़ा जाता है  ।

 उनके दोनों पिन होलो की दूरी से हैक्सॉ ब्लेड का साइज मापा जाता है ।

 ब्लड की दाते सेटिंग होने का लाभ होता है- धातु को आसानी से काट सकता है ,कटिंग करते समय दातों का क्लीयरेंस प्रदान करता है , ब्लड का लाइफ बढ़ना/ घर्षण कम करना ।

 ड्रिलिंग  कटिंग आदि संक्रियाओं में कूलैंट प्रयोग कटिंग - टूल तथा जा दोनों को ठंडा रखने के लिए किया जाता है ।

 किसी छिद्र में चूड़ियां काटने के लिए टैप को दक्षिणावर्त दिशा में घुमाने के बाद आधा चक्कर वामावर्त  दिशा में घुमाया जाता है जिससे कि धातु के चिप्स टूट जाए ।
र पर किया जाता है ।

 हैक्सॉ ब्लेड की की लंबाई दोनों पिनहोल्स के केंद्रों के बीच की दूरी नापी जाती है ।

 फाइल की लंबाई पॉइंट से हिल तक नापी जाती है ।

 निर्माण में प्रयुक्त धातु हाई कार्बन स्टील है ।

 उपयोग के पश्चात रेती तथा हैक्सॉ को ब्रश साफ रखना चाहिए।

 बरसात के दिनों में औजारों को जंग से बचाने के लिए उन पर मोबिल आयल या ग्रीस का महीने बंद कर देना चाहिए ।

 हेक्सा ब्लेड तथा कारपेंटर सा ब्लेड के दांतो की सेटिंग करने का मुख्य कारण कटिंग के समय घर्षण को कम करना है  ।

 एक 100.वाट ,200 वोल्ट बल्व का प्रतिरोध 400π होता है ।

 इलेक्ट्रोलाइट ऋणात्मक तापमान तापक्रम प्रतिरोध गुणांक है।

 शुद्ध धातु का प्रतिरोध ताप बढ़ने पर बढ़ता है ।

 200W, 220V वल्ब का प्रतिरोध सबसे कम होता है ।

 पदार्थों में से विद्युत का सबसे अच्छा चालक माइक है ।

 विद्युत हीटर के एलिमेंट पोर्सलिन के बनते हैं ।

 वह पदार्थ जिससे विद्युत धारा प्रवाहित नहीं होता है उन्हें कुचालक कहते हैं ।

 ओम का नियम पर अर्धचालक नहीं लगता है ।

 कार्बन में तापमान बढ़ने पर प्रतिरोध बढ़ता है।

 किसी चालक का प्रतिरोध तापमान पर,  चालक की लंबाई पर व चालक के अनुप्रस्थ क्षेत्र पर निर्भर करता है ।

 किसी तार को मानक प्रतिरोध के रूप में लेने हेतु तार का प्रतिरोध ताप गुणांक नगण्य होना आवश्यक है  ।

 प्रतिरोध ताप गुणांक का मात्रक ओम/° सेंटीग्रेड है ।

 दो प्रतिरोध 28K ओम, 1wतथा  0kओम , 1 W समांतर क्रम में जोड़े गए संयोजन का प्रतिरोध 0ओम,  1 वोल्ट है ।

 तांबे का प्रतिरोध 1.72 ×10पावर8 ओम-m होता है ।

 पीतल में 67 % व तांबा 33% जस्ता होता है ।

 अर्धचालक के परमाणु के अंतिम कक्ष में इलेक्ट्रॉन की संख्या 4  होती है ।

 नाइक्रोम का प्रयोग हीटर एलीमेंट में होता है।

 इंसुलेटर पोर्सलिन बनाए जाते हैं ।

 एस्बेस्टस अग्नि रोधक होता है ।

 माइक्रा की पैरावैद्युत का प्रयोग 20-40KV/mm होता है। 

 घरेलू वायरिंग में पोर्सलिन का प्रयोग कट आउट में होता है ।
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