क्यों करते हैं तूफानों का नामकरण
• डाटा कलेक्ट करने के लिए
• नई आने वाले तूफानों से तुलना करने के लिए
• तबाही मचाने वाले चक्रवर्ती का नामकरण करने के पीछे की सबसे मुख्य वजह है इनको लेकर आम लोग और वैज्ञानिक स्पष्ट रह सके।
• तौकते (Taukate) नाम म्यामार ने दिया है, इसका मतलब होता है अधिक शोर करने वाली छिपकली।
• तूफानों का नामकरण 1953 में अटलांटिक क्षेत्र में संधि होने के बाद ही हरिकेन या साइक्लोन शुरू हुआ।
• तूफानों के अलग-अलग नाम अलग-अलग क्षेत्र में होते हैं जैसे हरिकेन, साइक्लोन, तूफान,
• सर्वप्रथम अमेरिका ने नामकरण प्रसिद्ध महिला के नाम पर किया था।
• ऑस्ट्रेलिया में भ्रष्ट नेता के नाम पर तूफान का नामकरण किया जाता है।
• भारत उत्तरी महासागर कमेटी के अंतर्गत आता है। यह 2004 से शुरू हुआ।
• भारत
• पाकिस्तान
• बांग्लादेश
• श्रीलंका
• म्यांमार
• ओमान
• मालदीव
• थाईलैंड
• इन सभी देशों को 8 - 8 नाम प्रस्तुत करने को कहा गया।
• कुल देशों को मिलाकर 64 वर्ल्ड मेक्योलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन को नाम मिले।
• ये इस प्रकार हैं-
• 2018 में पांच अन्य देशों को जोड़ दिया गया।
• ईरान
• कतर
• सऊदी अरब
• यूएई (संयुक्त अरब अमीरात)
• यमन
• अब कुल मिलाकर 13 देश हो गया था, 13 देशों ने मिलकर 13-13 नए नामों की सूची दिए तो कुल मिलाक 169 नाम मिले।
• इनको अल्फाबेटिकल व्यवस्थित किया गया।
• तौकते नामक तूफान अरब सागर में लक्ष्यद्वीप के पास से उठा।
• इससे प्रभावित क्षेत्र- केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात,
• इसकी तीव्रता बढ़ती जा रही है।
• 19 मई तक गुजरात में सबसे ज्यादा तबाही मचायेगा।
• आगे आने वाले तूफान का नाम ओमान ने Yaas और पाकिस्तान ने Gulab रखा है।
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