Career After LLB


शानदार करियर ऑप्शन होते हैं लॉ की पढ़ाई के बाद

किसी भी स्ट्रीम (आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स आदि) के छात्र लोग को अपना करियर बना सकते हैं। इंटरमीडिएट करने के बाद आप कानून के क्षेत्र में करियर बनाने की दिशा में अपने कदम रख सकते हैं। कुछ यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया अलग-अलग तरह से होती है। लेकिन भारत के सभी 19 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय l&lr लॉ कॉलेजों में कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट CLAT में हासिल ऑल इंडिया रैंक और स्कूल के आधार पर एडमिशन लिया जाता है। कुछ प्रमुख प्राइवेट लॉ कॉलेज एलसीडी इंडिया के आधार पर प्रवेश देते हैं।


लॉ करने के बाद कानून के क्षेत्रों में करियर बनाया जा सकता है

1. एडवोकेट के तौर पर प्रैक्टिस 

2. लीगल एनालिस्ट  

3. लीगल जर्नलिस्ट 

4. लीगल एडवाइजर 

5. सरकारी वकील 

6. Judicial सर्विस और पब्लिक सर्विस कमिशन 

7. Judicial क्लर्कशिप 

8. वकालत पढ़ने के बाद और प्रैक्टिस से पहले यह जरूरी


1. एडवोकेट के तौर पर प्रैक्टिस

• लॉ करने के बाद आप सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में खुद ही प्रैक्टिस कर सकते हैं।

• शुरुआती दौर में किसी सीनियर एडवोकेट के अधीन रहकर प्रैक्टिस कर सकते हैं।

• अपनी रूचि के अनुसार आप क्षेत्र चुन सकते हैं, जिसमें सिविल टैक्स, क्रिमिनल कॉर्पोरेट मामले इत्यादि सम्मिलित हैं।


2. लीगल एनालिस्ट 

• बड़े उद्योग घरानों और लॉ फॉर्मर्स  में व्यवसायिक समस्या और अन्य समाधान के लिए लीगल एनालिस्ट की आवश्यकता होती है।

• एक लीगल एनालिस्ट वार्षिक पैकेज की शुरुआत में  600000 से ₹1000000 तक होती है।


3. लीगल जर्नलिस्ट

• मीडिया हाउसेस मीन लीगल, क्राइम व कोर्ट की खबरें कवर करने के लिए भी लॉ के छात्रों की मांग बहुत  है।


4. लीगल एडवाइजर 

बहुत से उद्योगपति, कंपनियां, नेता तथा संस्थाएं न्यायिक अड़चनों के समाधान हेतु लीगल एडवाइजर नियुक्त करते हैं। जिस का भरपूर लाभ उठा सकते हैं।


5. सरकारी वकील 

बार काउंसिल की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद आप सरकार और उनके विभिन्न विभागों के लिए केस लड़ सकते हैं।


6. जुडिशल सर्विस और पब्लिक सर्विस कमीशन 

राज्य सरकार और केंद्र सरकार समय-समय पर जुडिशल सर्विस और सिविल सर्विस परीक्षा आयोजित करती है इसमें सफल होकर आप कोर्ट में जज तथा अन्य उच्च पद पर कार्य कर सकते हैं।


7. जुडिशल क्लर्कशिप 

• जुडिशल क्लर्कशिप या लॉ क्लर्क, जज के सहायक के तौर पर कार्य करते हैं। 

• यह जज को विधि संबंधित या केस से संबंधित अनुसंधान में सहायक का कार्य करते हैं। 

• जुडिशल वर्कशीट की परीक्षा पास करने के बाद आप इस पद पर सेवा कर सकते हैं।


8. वकालत पढ़ने के बाद और प्रैक्टिस से पहले यह जरूरी

 LLB की डिग्री मिलने के बाद वकालत करने के लिए स्टेट बार काउंसिल में एनरॉल कराने की आवश्यकता होती है।


कहां-कहां तथा कैसे-कैसे रोजगार के अवसर

• वैश्वीकरण के कारण हर क्षेत्र में विधि और कानून से जुड़े विशेषज्ञों की मांग बढ़ती जा रही है। 

• चाहे वो लॉ फॉर्म में हो, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग,  प्राइवेट सेक्टर अंडरटेकिंग, सेलिब्रिटी हो या बिजनेस टाइकून सभी को विधि परामर्शी की जरूरत होती है। 

• आप खुद की प्रैक्टिस कर सकते हैं। 

• समय-समय पर न्यायिक सेवा के लिए रिक्तियां निकलती रहती हैं। 

• लॉ के विद्यार्थियों के लिए प्रशासनिक सेवा भी एक बेहतर विकल्प है। 

• यही नहीं आप स्वतंत्र विधि परामर्शी के तौर पर भी कार्य कर सकते हैं।

• राजनीतिक पार्टियां भी लीगल एडवाइजर और पॉलीटिकल एडवाइजर की विधि के छात्रों को प्राथमिकता देती है।

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